Mahakumbh darshan

महाकुम्भ प्रयागराज: विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम
महाकुम्भ भारत का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है और इसे दुनिया का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण समागम माना जाता है। यह हर 12 साल में एक बार प्रयागराज में आयोजित किया जाता है, जहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों का संगम होता है। लाखों तीर्थयात्री इस पवित्र नदी में डुबकी लगाने और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करने के लिए यहां आते हैं।
महाकुंभ का महत्व
* धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म में महाकुम्भ को मोक्ष प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है। मान्यता है कि इस दौरान पवित्र नदियों में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और मुक्ति मिलती है।
* सांस्कृतिक महत्व: महाकुम्भ भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह विभिन्न धर्मों, जातियों और क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाता है और सामाजिक एकता को बढ़ावा देता है।
महाकुंभ का इतिहास
महाकुम्भ का इतिहास बहुत पुराना है। मान्यता है कि देवता और दानव अमृत कलश को लेकर युद्ध कर रहे थे, इसी दौरान कुछ बूंदें प्रयाग, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में गिर गईं। इन स्थानों पर कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है।