छठ के गीत से ही पॉपुलरिटी मिला और छठ में ही आत्मा को शांति मिला, यह महज संयोग है या ईश्वर का बनाया हुआ विधान। "शारदा सिन्हा जी का निधन हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी आवाज़ ने न केवल भोजपुरी, मैथिली संगीत को समृद्ध किया, बल्कि खासतौर पर छठ पूजा के गीतों को एक नई पहचान दी। उनकी गायकी ने प्रसिद्ध छठ गीतों को देश-विदेश में अनगिनत भक्तों के दिलों तक पहुंचाया। उनका स्वर और भक्ति की जो शक्ति उनके गीतों में थी, उन्होंने छठ महापर्व को और भी गूढ़ और श्रद्धापूर्वक बना दिया।
छठ पूजा में उनका योगदान अतुलनीय था, क्योंकि उनके गाए गए गीतों से श्रद्धालुओं को न सिर्फ भक्ति का अनुभव होता था, बल्कि उन गीतों में एक अलग ही ऊर्जा और उल्लास था, जो हर वर्ष छठ पूजा को खास बनाता था।
यह दुख की बात है कि हमें उनकी आवाज़ और संगीत का सहारा अब नहीं मिलेगा, लेकिन उनके द्वारा छोड़ी गई धरोहर, उनके गीत और उनका संगीत सदैव हमारे साथ रहेगा। हम ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
Satpal Sahu
छठ के गीत से ही पॉपुलरिटी मिला और छठ में ही आत्मा को शांति मिला, यह महज संयोग है या ईश्वर का बनाया हुआ विधान। "शारदा सिन्हा जी का निधन हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी आवाज़ ने न केवल भोजपुरी, मैथिली संगीत को समृद्ध किया, बल्कि खासतौर पर छठ पूजा के गीतों को एक नई पहचान दी। उनकी गायकी ने प्रसिद्ध छठ गीतों को देश-विदेश में अनगिनत भक्तों के दिलों तक पहुंचाया। उनका स्वर और भक्ति की जो शक्ति उनके गीतों में थी, उन्होंने छठ महापर्व को और भी गूढ़ और श्रद्धापूर्वक बना दिया।
छठ पूजा में उनका योगदान अतुलनीय था, क्योंकि उनके गाए गए गीतों से श्रद्धालुओं को न सिर्फ भक्ति का अनुभव होता था, बल्कि उन गीतों में एक अलग ही ऊर्जा और उल्लास था, जो हर वर्ष छठ पूजा को खास बनाता था।
यह दुख की बात है कि हमें उनकी आवाज़ और संगीत का सहारा अब नहीं मिलेगा, लेकिन उनके द्वारा छोड़ी गई धरोहर, उनके गीत और उनका संगीत सदैव हमारे साथ रहेगा। हम ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
2 months ago | [YT] | 4