हिंदी का विद्यार्थी होने के नाते व संत-परम्परा के प्रति अपरिमित आदर होने के कारण, पूज्य बाबा गुरू नानक देव जी के अमृत संदेशों को गहरे तक जानने, जीने का अवसर लगातार मिला और इसी परम्परा के अवगाहन के एक सिरे पर खड़े शस्त्र और शास्त्र के समान साधक दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह जी को भी प्रणाम करने का अवसर मिला ! पिताजी के सबसे प्रिय मित्र व खालसा इतिहास के विद्वान सरदार राजेन्दर सिंह चाचा जी के मुँह से बचपन में, आँसुओं में भीग-भीगकर सुनी चारों साहिबज़ादों की क़ुर्बानी पर एक खंडकाव्य आधा लिख भी लिया है। खालसा पंथ के प्रवर्तक, अद्भुत कवि, अद्वितीय नायक, बाबा नानकदेव जी की परंपरा के पूर्णकाम गुरु , दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती पर उनके चरणों में सादर प्रणाम 🙏🏻 ! वे हम सबको, अपने बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा और शक्ति दें 🇮🇳🙏
Kumar Vishwas
हिंदी का विद्यार्थी होने के नाते व संत-परम्परा के प्रति अपरिमित आदर होने के कारण, पूज्य बाबा गुरू नानक देव जी के अमृत संदेशों को गहरे तक जानने, जीने का अवसर लगातार मिला और इसी परम्परा के अवगाहन के एक सिरे पर खड़े शस्त्र और शास्त्र के समान साधक दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह जी को भी प्रणाम करने का अवसर मिला ! पिताजी के सबसे प्रिय मित्र व खालसा इतिहास के विद्वान सरदार राजेन्दर सिंह चाचा जी के मुँह से बचपन में, आँसुओं में भीग-भीगकर सुनी चारों साहिबज़ादों की क़ुर्बानी पर एक खंडकाव्य आधा लिख भी लिया है। खालसा पंथ के प्रवर्तक, अद्भुत कवि, अद्वितीय नायक, बाबा नानकदेव जी की परंपरा के पूर्णकाम गुरु , दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती पर उनके चरणों में सादर प्रणाम 🙏🏻 ! वे हम सबको, अपने बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा और शक्ति दें 🇮🇳🙏
वाहे गुरु जी दा खालसा
वाहे गुरु जी दी फ़तह 🙏🏻
2 weeks ago | [YT] | 10,030