मैया नर्मदा - प्राकृतिक परिवेश

#सर्वतीर्थ_नायकम
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इस चैनल में #भारतीय #अमरकंटक #दर्शन #संस्कृति#धार्मिक_स्थल #हिन्दू_भगवान #मैया #प्रकृतिक संरक्षण, #नर्मदा_परिक्रमा_पथ संबंधित जानकारी # तीर्थ एक नए रूप में मिलेगी ।
छोटी कहानियाँ, गीतों #shorts #वीडियो ।
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नदियों का #संगम माँ का सौंदर्य, शूलपाणि की झाड़ी, माहेश्वर की रूपकथा, #धुँआधार का आलौकिक सौंदर्य, #भेड़ाघाट, त्रिशूल भेद, #मांधाता पर्वत, नेमावर, बकावा, #सहस्त्र_धारा #ओंकारेश्वर ,विमलेश्वर, रत्नासागर, मीठी तलाई । माई की बगिया से चलकर 1312 कि. मी. की दूरी तय करते हुए, बार- बार मुड़कर देखना, पत्थरों को चीर कर #प्रपात बनाना, दोनों तटों को संपुष्ट करना, घने जंगलों, झाड़ियों से गुजरकर मार्ग में आने वाली छोटी- बड़ी नदियों को आत्मीयता के साथ सखी भाव से अपने में समाहित कर बढ़ना तो कोई माँ नर्मदे से सीखे ।

ऐसे प्राकृतिक केंद्रों को सहजता से स्वीकार कर इनका #संरक्षण ,#संवर्द्धन करें । जल, जीवन, जंगल, जमीन, जनमानस, जनाधार, जबालिपुरम से होते हुए अमृतमयी बूंदे  आप सबके सम्मुख #माँ #नर्मदा का प्रसाद है ।
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#जबलपुर (म.प्र.)